
एक बार आजा दादी, तुझको निहार ल्यूं लिरिक्स
एक बार आजा दादी, तुझको निहार ल्यूं,मनड़े मं दादी थारी, मूरत उतार ल्यूं ।। एक बार…. तर्ज – छुप गया कोई रे । अब तो

कोई जब राह ना पाये शरण तेरी आये भजन लिरिक्स
कोई जब राह ना पाये, शरण तेरी आये,कि तुझको मन से मनाये, करता है तू बेड़ा पार,जो भी कोई दिल से पुकार ।। तर्ज –

बैठी झुन्झुनू में लगाके दरबार, राणी सती राज करे लिरिक्स
बैठी झुन्झुनू में लगाके दरबार, राणी सती राज करे,या तो कर देवे भक्तां रा बेड़ा पार, जो ऐंसू अरदास करै।। तर्ज – बैठ्यो खाटू म

भोले भंडारी तूं बड़ा अवढरदानी है भजन लिरिक्स
भोले भंडारी तूं, बड़ा अवढरदानी है,ये बात सदा तेरी, देवों ने भी मानी है ।। टेर ।। तर्ज – फरियाद मेरी भगवन । दिल खोल

मेरे महादेव भोलेनाथ मेरे साथ है भजन लिरिक्स
जो भी होगा देख लेंगे, डरने की क्या बात है,मेरे महादेव, भोलेनाथ, मेरे साथ है ।। टेर ।। तर्ज – दीनानाथ मेरी बात । रीझ

भोलो आंक धतूरा खावे रे लिरिक्स
भोलो आंक धतूरा खावे रे,पीकर भंग को प्याला, तन पर भष्म रमावे रे,भष्म रमावे रे, गले विषधर लिपटावे रे ।। टेर ।। तर्ज – ढ़ोला

श्याम की ज्योत जगायी जी भजन लिरिक्स
दास गाडियो मित्र मण्डल की नींव लगायी जी,श्याम की ज्योत जगायी जी ।। तर्ज – देख तेरे भक्तों की हालत । इक इक करके सबने

सब देवों से बढ़कर घर के पितर जी महाराज लिरिक्स
सब देवों से बढ़कर घर के पितर जी महाराज ।उनको पूजो सब दिन-रात ।। तर्ज – देख तेरे भक्तों की हालत । घर में एक

संत भक्त सब कह रहे बाबा, शिव भोले अविनाशी है लिरिक्स
शीशगंज अर्धंग पार्वती, शमशानों के वासी हैं,संत भक्त सब कह रहे बाबा, शिव भोले अविनाशी है – २ ।। टेर ।। तर्ज : थाली भरकर

भजन कर ले प्यारे लिरिक्स
गुजर जाएगा जीवन प्रभु के सहारे,भजन कर ले प्यारे भजन कर ले प्यारे, तर्ज – नहीं चाहिए दिल दुखाना किसी का । वो चाहे तूफानों

बतादो हे जगत जननी, मेरा उद्धार कैसे हो लिरिक्स
बतादो हे जगत जननी, मेरा उद्धार कैसे हो,बह रहा हूँ अगमधारा, में बेड़ा पार कैसे हो ।। टेर ।। तर्ज – सजा दो घर को

तेरा भरोसा तेरा सहारा भजन लिरिक्स
तेरा भरोसा तेरा सहारा काहें फिकर करूँ,तूं रखे जिस हाल में बाबा तेरा शुकर करूँ, तर्ज – स्वरचित । जो कुछ मेरे पास साँवरा तुझसे

तेरी कृपा का तलबगार हूँ मैं भजन लिरिक्स
पापी नालायक हूँ गुनहगार हूँ मैं,तेरी कृपा का तलबगार हूँ मैं ।। टेर ।। तर्ज – तेरे प्यार का आसरा । लायक को लायक प्रभु

दादी जी के मंदरिये में मोर नाचे भजन लिरिक्स
दादी जी के मंदरिये में मोर नाचे,घन-घन घंटा शंख नगाड़ा, दर पे नोबत बाजे ।। टेर ।। तर्ज – तेरह पेड़यां ऊपर म्हारे । दादुर

मिल जाय हमको साथ तुम्हारा सर पे हो हाँथ लिरिक्स
मिल जाय हमको साथ तुम्हारा, सर पे हो प्रभु हाथ तुम्हारा,सुख दे दु:ख दे तेरी मर्जी, मैं हूँ बाबा दास तुम्हारा ।। टेर ।। तर्ज

चरणों में शरण देके इस जग से अभय करदो लिरिक्स
दोहा : सुनते हो सबकी व्यथा, प्रभु देकर के ध्यान,मैं भी तो तेरा दास हूँ, पीड़ा मेरी पिछाण ।। चरणों में शरण देके, इस जग

इस जग का हाल कन्हैया तुम जानो भजन लिरिक्स
इस जग का हाल कन्हैया, तुम जानो सब दातार,छुपा नहं है तुझसे मेरे सांवरिया सरकार ।। टेर ।। तर्ज – सावन का महीना पवन ।

हरि जी मोहे चाकर राखो जी भजन लिरिक्स
हरि जी मोहे चाकर राखो जी । चाकर रहसूं बाग लगासूं, नित उठ दर्शन पासूं,वृन्दावन की कुंज गलिन में, हरी की लीला गास्यूँ ।हरि जी

शिव डमरू वाले को दिल से ना भुलाना तू लिरिक्स
शिव डमरू वाले को दिल से ना भुलाना तू,शंकर त्रिपुरारी की नित आरती गाना तू ।। तर्ज – बचपन की मोहब्बत को । शिव शिव

किस्मत संवर गयी है तेरी शरण में आकर लिरिक्स
किस्मत संवर गयी है तेरी शरण में आकर,जीने लगे है हम भी दुनिया में सर उठा कर । तर्ज – वो दिल कहा से लाऊ