मेरा नाथ तू हैं नहीं मैं अकेला लिरिक्स

मेरा नाथ तू हैं नहीं मैं अकेला, मेरे साथ तू हैं मेरा नाथ तू हैं ।। चला जा रहा हूँ मैं राहों पे तुम्हारी, राहों पे आए जो तूफान भारी, थामे हुए हैं मेरा हाथ तू हैं, नहीं मैं अकेला, मेरे साथ तू हैं, मेरा नाथ तू हैं ।। तेरा दास हूँ मैं तेरे गीत […]
वृंदावन प्यारो वृन्दावन भजन लिरिक्स

श्यामा हृदय कमल सो प्रगट्यौ,श्यामा हृदय कमल सो प्रगट्यौ,और श्याम हृदय कू भाए,वृंदावन प्यारो वृन्दावन,वृंदावन प्यारो वृन्दावन,वृंदावन मेरो वृन्दावन,वृंदावन मेरो वृन्दावन…. सब सुख सागर रूप उजागर,रहे वृंदावन धाम,सब सुख सागर रूप उजागर,रहे वृंदावन धाम,रूप गोस्वामी प्रगट कियो जहा,रूप गोस्वामी प्रगट कियो जहा,गोविंद रूप निधान,वृन्दावन प्यारो वृन्दावन,वृन्दावन प्यारो वृन्दावन,वृंदावन मेरो वृन्दावनवृंदावन मेरो वृन्दावन…. बिहरत निसदिन कुंज […]
बृज जन प्रियतम बालमुकुन्दम राधारमणं हरे हरे लिरिक्स

(वाणी गुणानु कथने, श्रवणो कथायां,हस्तौ च कर्मसु मनस्तव पादयोर्न:,स्मृत्यां शिरस्तव निवास जगत्प्रणामे,दृष्टि: सतां दर्शनेअस्तु भवत्तनूनाम) बृज जन प्रियतम बालमुकुन्दम,राधारमणं हरे हरे,राधारमणं हरे हरे,बृज जन प्रियतम बालमुकुन्दम,राधारमणं हरे हरे,राधारमणं हरे हरे…. केसर तिलकं कृष्ण वरणं,केसर तिलकं कृष्ण वरणं,राधारमणं हरे हरे,राधारमणं हरे हरे,बृज जन प्रियतम बालमुकुन्दम,राधारमणं हरे हरे,राधारमणं हरे हरे…. राजत वन मालं रूप रसालं,राधारमणं हरे हरे,राजत […]
राधिका रानी जी वृषभानु दुलारी जी लिरिक्स

राधिका रानी जी,वृषभानु दुलारी जी,सुनलो अरज हमारी,रहु बृज रज को उपासी…. बृजवासिन के मधुकरी पाउ,श्री राधारमण को मन में बसाऊ,कृपा अभिलाषी जी, राधिका रानी जी,सुनलो अरज हमारी,रहु बृज रज को उपासी…. मंगला उठ यमुना जी जाऊ,श्री राधावल्लभ की झांकी पाऊ,कृष्ण-मनुहारिणी जी, रास-विलासिनी जी,सुनलो अरज हमारी,रहु बृज रज को उपासी…. रसिक जनन की संगत पाऊ,श्री कुंज-बिहारी […]