
हेत लगा श्री श्याम प्रभु से लिरिक्स
हेत लगा श्री श्याम प्रभु से, सब कुछ मिलसी रे,जनम-मरण का भव बन्धन, तेरा कटता ज्यासी रे ।। जनम … ।। तर्ज – कुण जाने

हे खाटूवाले श्याम, तेरी लीला न्यारी है लिरिक्स
हे खाटूवाले श्याम, तेरी लीला न्यारी है,कोई जान नहीं पाया, हम तो संसारी हैं ।। टेर ।। तर्ज – होठों से छूलो तुम । माया

हे श्यामधणी थारो ऐसो गजब सिंणगार लिरिक्स
हे श्यामधणी थारो ऐसो गजब सिंणगार,म्हें थांने देखणो भुलग्या जी म्हारा श्याम ।। टेर ।। तर्ज – खाटूवाले मदन गोपाल । सिंहासन पर सजधज बैठ्या

इस दुनियां में जो भी हारे लिरिक्स
इस दुनियां में जो भी हारे, रो रो यही पुकारे,आज्या आज्या आज्या, हारे के सहारे ।। टेर ।। तर्ज – हाथों में निशान हो सामने

क्या पाया है दर तेरे आके, तूं जाने या मैं जानूँ लिरिक्स
क्या पाया है दर तेरे आके, तूं जाने या मैं जानूँ,मिलता है क्या तुमको रिझाके, तूं जाने या मैं जानूँ ।। टेर ।। तर्ज –

सांवरा दिखादे हमें खाटू की नगरिया लिरिक्स
सांवरा दिखादे हमें खाटू की नगरिया,तेरा मोहिनी रूप, तेरा दानी स्वरूप,जरा देखन दे, देखने दे ।। टेर ।। तर्ज – कौन दिशा में लेके चला

श्याम को रिझाने को, जी चाहता है लिरिक्स
श्याम को रिझाने को, जी चाहता है,नहीं जानता, नादां क्या चाहता है ।। टेर ।। तर्ज – नजरे मिलाने को जी चाहता है । रिझाने

हम सांवरे के हैं और सांवरा हमारा है लिरिक्स
भक्तों की कुण्डली में ये जोग बड़ा प्यारा है,हम सांवरे के हैं और सांवरा हमारा है ।। टेर ।। तर्ज – राधे राधे बरसानेवाली राधे

टुक श्याम नाम भी लेले तूं लिरिक्स
दुनियां में मगन ना हो मेरे सजन, टुक श्याम नाम भी लेले तूं,इससे ही होगा सफल जीवन, टुक श्याम नाम भी लेले तूं ।। टेर

अरे क्यूं भटक रह्यो नादान, तूँ शरण श्याम की ले ले लिरिक्स
अरे क्यूं भटक रह्यो नादान, तूँ शरण श्याम की ले ले,तूँ शरण श्याम की ले ले, तूँ शरण श्याम की ले ले,मेरो श्याम है पूर्णकाम,

जीने लगे हम, सर को उठाके लिरिक्स
जीने लगे हम, सर को उठाके,खाटू की माटी का, तिलक लगाके ।। टेर ।। तर्ज – साथी हमारा कौन । धन्य खाटूकी माटी, विराजे श्याम

दीनों के नाथ दीनन हितकारी लिरिक्स
दीनों के नाथ दीनन हितकारी,करते विनय प्रभु सुध लो हमारी,सांवरिया नाम तेरा – २, संकटहारी ।। टेर ।। तर्ज – खाटूवाले श्याम बाबा तेरा ही

देखो कैसो झूल रह्यो नन्दजी को छैंया लिरिक्स
देखो कैसो झूल रह्यो नन्दजी को छैंया,होले-होले झोटा देवे यशुंमति मैया,हंस-हंस झूल रहे श्री बांकें बिहारी ।। टेर ।। तर्ज – सज रहे भोले बाबा

नाचांगा बाबा श्याम, थारी खाटू नगरी लिरिक्स
नाचांगा बाबा श्याम, थारी खाटू नगरी,देख तो देख दुनियां सगरी ।। नाचांगा … ।। तर्ज – कान्हूड़ा । फागण सुदी ग्यारस की रातां, थांसे मिलेगी

मैंने झोली फैला दी कन्हैया, अब खजाना तूं प्यार का लूटा दे लिरिक्स
मैंने झोली फैला दी कन्हैया,अब खजाना तूं प्यार का लूटा दे ।। टेर ।। तर्ज – कब्बाली । आया बनके मैं प्रेम पुजारी, आया बनके

श्याम सरकार की याद आयी लिरिक्स
श्याम सरकार की याद आयी,प्राण व्याकुल भये, नैण की पुतलियाँ डबडबायी ।। टेर ।। तर्ज – हम तुम्हें चाहते हैं ऐसे । क्या कन्हैया ने

सखी री बांके बिहारी से, हमारी लड़ गयी अँखियां लिरिक्स
सखी री बांके बिहारी से, हमारी लड़ गयी अँखियां,बचायी थी बहुत लेकिन, निगोड़ी लड़ गयी अँखियां ।। तर्ज – स्वरचित । ना जाने क्या किया

सांवरिया नन्द किशोर हाँ किशोर, मेरी साड़ी पे रंग डाल गयो लिरिक्स
सांवरिया नन्द किशोर हाँ किशोर, मेरी साड़ी पे रंग डाल गयो,वाह वाह रे रसिया, वाह वाह रे छैला ।। सांवरिया…।। तर्ज – स्वरचित । मैंने

दर्द किसको दिखाऊं कन्हैया लिरिक्स
दर्द किसको दिखाऊं कन्हैया, कोई हमदर्द तुमसा नहीं है,दुनियां वाले नमक हैं छिड़कते, कोई मरहम लगाता नहीं है ।। टेर ।। तर्ज – स्वरचित ।

सुन लेना घनश्याम, अरज मेरी सुन लेना लिरिक्स
सुन लेना घनश्याम, अरज मेरी सुन लेना ।। टेर ।। तर्ज – कर दो बेड़ा पार शरण हम । मन बगिया का तूँ है माली,