दरबार मेरे श्याम का सबको बुला रहा लिरिक्स

Darbar Mere Shyam Ka Sabko Bula Raha Lyrics

दरबार मेरे श्याम का, सबको बुला रहा,
किस्मत में जिनके श्याम हैं, बस वो ही आ रहा ।।

तर्ज – मिलती है जिंदगी में, मोहब्बत कभी-कभी ।

बैठा है मेरा साँवरा, भंडार खोलकर,
गिनकर नहीं ये दे रहा, और ना ही तौलकर,
जिसमे है जितनी भावना, उतना वो पा रहा,
दरबार मेरे श्याम का, सबको बुला रहा ।।

जिसने भी सच्चे भाव से, इनको रिझा लिया,
चरणों में मेरे श्याम के, सर को झुका लिया,
नजदीक ‘पुष्प’ श्याम के, आता वो जा रहा,
दरबार मेरे श्याम का, सबको बुला रहा ।।

खाटू में बैठ साँवरा, सबपे रखे नज़र,
खुशियों की अपने दास को, देता सदा ख़बर,
किरपा से श्याम की ‘किशन’, सब कुछ है पा रहा,
दरबार मेरे श्याम का, सबको बुला रहा ।।

लिरिक्स – किशन जी