बाबा श्याम के मन्दर के मांही लंगड़ों नाचे रे, बाबा श्याम के,
लूलो ताल से ताल मिलाकर ताली बजावे रे, बाबा श्याम के ।। टेर ।।
तर्ज – धमाल ।
गूंगो गावे भजन सुहाणा, जय जय जोर लगावे रे,
मोरछड़ी की महिमा भारी, या बतलावे रे …. बाबा श्याम के ।। १ ।।
अंधलियों भी दर्शन पावे श्याम की लीला भारी रे,
नैण से नैण मिला बाबा से, यो बतलावे रे …. बाबा श्याम के ।। २ ।।
सुंदर काया कोढ़ी पावे, श्याम कुंड में न्हाकरके,
पूर्व जन्म रा पाप कटा बो, गोतो लगावे रे …. बाबा श्याम के ।। ३ ।।
पुत्र पौत्र परिवार बढ़ावे, श्याम शरण में आजा रे,
आलूसिंह ‘घनश्याम गाडियो’ या बतलावे रे …. बाबा श्याम के ।। ४ ।।
धन दौलत की कमी पड़े तो, मान्ड ले पल्लौ बाबा के,
श्याम बहादुर बिन मांग्या, सातूं सुख पावे रे …. बाबा श्याम के ।। ५ ।।