दर पे जो आये इसके, देता ये उनको सहारा,
ऐसा है श्याम हमारा, बाबा ऐसा है श्याम हमारा ।। टेर ।।
तर्ज – दुनिया बनाने वाले ।
तुम भी तो आके देखो, दर्शन को इनके,
नजरें झुका के जाना, चरणों में इनके,
हाल सुनाना दिल का, आँखें भिंगोके,
मिलता हो बेटा, जैसे कोई पिता से,
रोये जब बेटा कोई, पिता को कैसे हो गंवारा ।। ऐसा ….. ।।
दर पे जो आये उसे, गले से लगाता,
भक्तों के आँसू ये तो, नहीं देख पाता,
प्यार से सर पे उनके हाथ फिराता,
हारे हुए को ये, हरदम जिताता,
हार के देखो तुम भी, ये ही बनेगा सहरा ।। ऐसा ….. ।।
ऐसे दयालु को तूं पल में रिझाले,
दानी ये ऐसा करदे जान भी हवाले,
सारे जहाँ में नहीं इसका है सानी,
मेरे बाबा की सारी दुनियां दिवानी,
पार करेगा भव से थाम के हाथ तुम्हारा ।। ऐसा ….. ।।