ये दिल ये मन, दिल की धड़कन,
सब में सरकार तुम्ही तो हो,
मैं बाहर क्यों खोजू तुमको,
मेरी नस नस में तुम्ही तो हो,
सब में सरकार तुम्ही तो हो ।।
तर्ज – ये चमक ये दमक ।
मेरा मन तेरा, मेरा तन तेरा,
मेरे जीवन का हर रंग तेरा,
मेरे जीवन के हर एक रंग में,
रंगों की बहार तुम्ही तो हो,
सब में सरकार तुम्ही तो हो ।।
मैं सेवक हूँ, तुम स्वामी हो,
प्रभु तुम तो अंतर्यामी हो,
मैं तो छोटा सा एक दास तेरा,
मेरे मालिक श्याम तुम्ही तो हो,
सब में सरकार तुम्ही तो हो ।।
मेरे राम तुम्ही, मेरे श्याम तुम्ही,
मेरे मोहन और घनश्याम तुम्ही,
मैं तो तेरा एक पुजारी हूँ,
मेरे बांके बिहारी तुम्ही तो हो,
सब में सरकार तुम्ही तो हो ।।
मैं तो भूल गयी सब कुछ मोहन,
तेरी प्रीत में बन बैठी जोगन,
तेरी प्रीत मुझे तो प्यारी हैं,
मेरा सच्चा प्यार तुम्ही तो हो,
सब में सरकार तुम्ही तो हो ।।
लिरिक्स – जय प्रकाश जी वर्मा (इंदौर)