उत्सव मं श्याम दातार आज बड़ा प्यारा लागो,
सोणा सज्या हो सरकार, आज बड़ा प्यारा लागो,
आवंगा सजधज के, थारे से मिल करके आनन्द की होसी बौछार ।। टेर ।।
तर्ज – फागुण को आयो त्योहार ।
घणां दिन पाछे, यो उत्सव है आयो,
पायो मनचायो, जो भी हाजरी लगायो,
बैठ्या लगाके दरबार, आज बड़ा प्यारा लागो ।। १ ।।
थारे जनम की, या शुभ घड़ी आयी,
रल मिल क सगला, म्हें गावां बधाई,
थे ही हो म्हांका आधार, आज बड़ा प्यारा लागो ।। २ ।।
मस्ती मं सारा, सेवकिया नाचे,
बांसुरिया सागे, शहनाई भी बाजे,
एकटक रह्या है निहार, आज बड़ा प्यारा लागो ।। ३ ।।
भक्तां की टोल्यां, न न्यूतो भिजाया,
थारे सें मिलणे, मनावण आया,
थारी करै जै जैकार, आज बड़ा प्यारा लागो ।। ४ ।।
‘मित्र मण्डल’ का सारा बालकिया,
थांने रिझावे है ओ रंग रसिया,
गावे है मंगलाचार, आज बड़ा प्यारा लागो ।। ५ ।।