श्री श्याम तुम्हारे चरणों में, एक बार ठिकाना मिल जाये,
मैं जनम-जनम गुण गाऊँगा, जीवन की बगिया खिल जाये ।। टेर ।।
तर्ज – उद्धार करो, उद्धार करो ।
भटकों को राह दिखाते हो, हारे का साथ निभाते हो,
मैं हार गया खुद से भगवन, मुझे तेरा सहारा मिल जाये ।। १ ।।
बिन तेरे सहारे सांवरिया, कोई खुद से नहीं लड़ सकता है,
तूं जिस पर महर करे भगवन, वो जग में निर्भय हो जाये ।। २ ।।
‘नन्दू’ कलियुग का जोर प्रभु, प्राणी को बहुत सताता है,
ऐसा विश्वास भरो दिल में, सत्मार्ग प्रभु हमें मिल जाये ।। ३ ।।
लिरिक्स – नन्दू जी