सांवरे तेरी शरण जब आ गया,
तब से खुशहाली का आलम छा गया ।। टेर ।।
तर्ज – दिल के अरमां आँसुओं में ।
रहते थे झंझट लगे इस जीव के,
सोच ना पाता मैं अब कुछ क्या करे,
होले-होले रास्ता मिलता गया ।। तब से खुशहाली … ।। १ ।।
तेरी किरपा का असर ऐसा हुवा,
छंट गया संकट का सारा ही धुंवा,
तेरी ज्योति का उजाला छा गया ।। तब से खुशहाली … ।। २ ।।
नाथ मुझको अब कभी ना छोड़ना,
जानके नादान मुख मत मोड़ना,
भूल की थी उसका फल मैं पा गया ।। तब से खुशहाली … ।। ३ ।।
अब मेरे अपराध सारे माफ कर,
दास चरणों का समझ सब पाप हर,
कहदो अब ‘सांवर’ तूं मेरा हो गया ।। तब से खुशहाली … ।। ४ ।।
लिरिक्स – सांवर जी