नंगे नंगे पाँव चल आ गया री माँ,
एक तेरा पुजारी ॥
हाथो में ले गंगा जल गागर,
श्रद्धा से स्नान करा गया री माँ,
एक तेरा पुजारी ॥
लाल लाल चोला किनारी गोटे वाला,
लाल लाल चुनरी ओड़ा गया री माँ,
एक तेरा पुजारी ॥
चांदी की कटोरी में केसर घोल के,
माथे पे तिलक गया री माँ,
एक तेरा पुजारी ॥
चंपा चमेली गुलाब जूही गेंदा,
पुष्पों की माला पहना गया री माँ,
एक तेरा पुजारी ॥
लौंग सुपारी ध्वजा नारियल,
भेट तुम्हारी लेके आ गया री माँ,
एक तेरा पुजारी ॥
चरण कमल में शीश नवाया,
मन की मुरादे ‘सरल’ पा गया री माँ,
एक तेरा पुजारी ॥
नंगे नंगे पाँव चल आ गया री माँ,
एक तेरा पुजारी ॥
लिरिक्स – सरल कवी जी