बातों बातों में जब प्यार वाली बात आवे,
मुस्कान तेरी बाबा मुझे याद आवे,
जब प्रेमियों की टोली मेरे साथ गावे,
मुस्कान तेरी बाबा मुझे याद आवे ।।
तर्ज – रान्झेया वे ।
मेरे शब्द भी तू, मेरे भाव भी तू,
मेरा दरिया तू, मेरी नाव भी तू,
मेरे ‘गोलू’ के कलम जब हाथ आवे,
मुस्कान तेरी बाबा मुझे याद आवे ।।
झूठे जग के नाते ये तमाम लगे,
मुझे प्यार का मतलब श्याम लगे,
ढाई अक्षर इन दोनों के ही साथ आवे,
मुस्कान तेरी बाबा मुझे याद आवे ।।
लिरिक्स – नितेश शर्मा (गोलू) जी