बहुत हो गया अब संभालो कन्हैया,
संभालों कन्हैया बचालो कन्हैया ।।
तर्ज – नहीं चाहिए दिल दुखाना किसी का ।
दरिया दुखों की में नइया चलाना,
कितना है मुश्किल प्रभु हमने ये जाना,
दरिया सुखों की बहा दो कन्हैया ।। बहुत हो…
नहीं जग से आशा ना परवाह किसी की,
अगर तू है साथी तो ना चाहत है किसी की,
मुझे अपना साथी बनालो कन्हैया ।। बहुत हो गया…
खुशियों से भर दो मेरा श्याम दामन,
हरो पाप सारे करो मुझको पावन,
‘नंदू’ गले से लगा लो कन्हैया ।। बहुत हो गया…
लिरिक्स – नंदू जी