तेरी प्रीत मेरे दिल में लगी है
ह्रदय के पटल पर ज्यूं, ज्योति जगी है ।। टेरा ।।
तर्ज – बहुत प्यार करते हैं ।
तेरी कृपा का, कन्हैया असर है
तेरी ये गाथा, जग में अमर है
माया तुम्हारी तो, सबको ठगी है ।। तेरी प्रीत….।। १ ।।
लगन जब लगाता है, दिल में तू तेरी,
उठती है दिल में यादें घणेरी,
मिले कब, कहां पे कैसे, पूछने लगी है ।। तेरी प्रीत….।। २ ।।
अंधेरा उजाले में, बदलने लगा है,
लगता है अंतस में, मधु बह रहा है,
उमंगें खुशी से, चहकने लगी है ।। तेरी प्रीत….।। ३ ।।
दिलदार मेरे दिल में, आ अब बस जावो,
छोड़के कहीं भी अब, और नहीं जावो,
‘सांवर’ की किस्मत भी, बदलने लगी है ।। तेरी प्रीत….।। ४ ।।
लिरिक्स – सांवर जी