तेरा नाम लेते लेते मेरी उम्र बीत जाए,
जब जब भी लब खुले ये, बस नाम तेरा आए ।
तर्ज – वो दिल कहा से लाऊ तेरी याद जो भूला दे ।
तेरे नाम से ही बाबा, मेरा काम हो रहा है,
तेरे काम के बदौलत, मेरा नाम हो रहा है,
गर भूल जाऊ तुमको, मुझे मौत भी न आए,
तेरा नाम लेते लेते मेरी उम्र बीत जाए ।।
हारे का साथ दे कर, तूने मुझे जिताया,
मुझे खाख से उठा कर, जीवन मेरा सजाया,
मुझे आरजू थी जिसकी, वो दिन मुझे दिखाए,
तेरा नाम लेते लेते मेरी उम्र बीत जाए ।।
तेरी दया से बाबा, परिवार पल रहा है,
हस खेलते ये जीवन, ‘माधव’ का चल रहा है,
बस ध्यान इतना रखना, कही हम भटक न जाये,
तेरा नाम लेते लेते मेरी उम्र बीत जाए ।।
लिरिक्स – अभिषेक शर्मा (माधव) जी