टाबर तेरा ने तू गले लगाले, ओ खाटू का श्याम,
टाबर तेरा ने ।।
बेगो आज्या खाटू वाला, टाबरिया दुःख पावे रे,
टालमटोल कर मत बाबा-२, सुनले खोल के कान,
टाबर तेरा ने ।।
अटकी नैया टाबरिया की, सूझे नहीं किनारो है,
देर करया डूबेगी नैया, केवटियो अनजान,
टाबर तेरा ने ।।
थारे भरोसे सेठ सांवरा, जग में निर्भय डोला जी,
टाबरिया की ओ मेरे बाबा, था पर दारमदार,
टाबर तेरा ने ।।
छोटी सी एक अरज हमारी, हिवड़े में बस जाओ जी,
जीवा जब तक रहवा चैन सु, अंत मिले थारो धाम,
टाबर तेरा ने ।।
‘श्यामसुंदर’ है दास आपको, फागण में बुलाले जी,
तेरी दया की ओ मेरे बाबा, किस विध करू बखान,
टाबर तेरा ने ।।
लिरिक्स – श्यामसुंदर शर्मा जी