जो भी होगा देख लेंगे, डरने की क्या बात है,
मेरे महादेव, भोलेनाथ, मेरे साथ है ।। टेर ।।
तर्ज – दीनानाथ मेरी बात ।
रीझ जाए पल में, बड़े ही भोले भाले हैं,
मैं हूँ शरण में इनकी, मेरे रखवाले हैं,
ढाल है ये मेरी, मेरे सिर पे इनका हाथ है ।। १ ।।
काल के भी काल ये तो, मेरे महाकाल है,
इनके रहते भय का ना, कोई भी सवाल है,
इनकी ही किरपा से बनती, बिगड़ी सारी बात है ।। २ ।।
मैं तो मेरे पूरे मनसे, करूँ तेरी आराधना,
शिव ही है पूजा मेरी, शिव मेरी है प्रार्थना,
दीन है ‘सचिन’ तेरा, तूं ही मेरा नाथ है ।। ३ ।।
लिरिक्स – सचिन जी