हारा हूँ बाबा पर तुझपे भरोसा है,
जीतूंगा एक दिन मेरा दिल ये कहता है,
मेरे मांझी बन जाओ, मेरी नाव चला जाओ,
बेटे को बाबा श्याम, गले लगा जाओ,
हारा हूँ बाबा पर तुझपे भरोसा है,
जीतूंगा एक दिन मेरा दिल ये कहता है ।।
तर्ज – चाहा है तुझको चाहूंगा हरदम ।
मैंने सुना है तू दुखड़े मिटाता,
बिन बोले भक्तों की बिगड़ी बनाता,
मिलता ना किनारा है, ना कोई और सहारा है,
हारा हूँ बाबा पर तुझपे भरोसा है,
जीतूंगा एक दिन मेरा दिल ये कहता है ।।
तुमसे ही जीवन मेरा ओ मेरे बाबा,
कैसे चलेगा समझ ना आता,
तुम धीर बंधाते हो, तो साँसें चलती हैं,
मुझे समझ ना आता है, मेरी क्या गलती है,
हारा हूँ बाबा पर तुझपे भरोसा है,
जीतूंगा एक दिन मेरा दिल ये कहता है ।।
परिवार मेरा तेरे गुण है गाता,
दोषी तो मैं हूँ उन्हें क्यों सताता,
उनको भी भरोसा है, तूने पाला पोसा है,
हारा हूँ बाबा पर तुझपे भरोसा है,
जीतूंगा एक दिन मेरा दिल ये कहता है ।।
लिरिक्स – कन्हैया मित्तल जी