चला भी आओ आज्या सांवरा,
खाटूवाले आजा तेरा लाल बुलाये,
लीले चढ़ आज्या मेरा मन घबराये, चला भी आ …. ।। टेर ।।
तर्ज – चला भी आ ।
छाया अंधियारा मिले ना किनारा,
मझधार नैया मेरी दे दे सहारा,
पार लगादे अब करके इक इशारा,
मुश्किल घड़ी में मैंने तुझको पुकारा ।। १ ।।
प्रियतम तूं मेरा प्रीत जगा ले,
कब से तरसती बांहें दिल से लगा ले,
बैरी जमाना झूठा फसाना,
तूं तो सांवरिया ना मुझको सजा दे ।। २ ।।
दिल घबराये मन मेरा तरसे,
दर्शन को तेरी मेरी अंखिया ये बरसे,
क्यूं नहीं आये क्यूं आजमाये,
बनके कठोर हमें क्यूं ये सताये ।। ३ ।।
जल बिन मछली पौधे बिन कली,
रह पाये कैसे बोलासे वो इक पल भी,
तुझ बिन ‘निर्मल’ जैसे हो निर्बल,
साथ-साथ मेरे बाबा बस एक बार चल ।। ४ ।।