तुम्हारी मेरी बात, के जाणेगो कोई लिरिक्स

Tumhari Meri Baat Ke Janego Koi Lyrics

तुम्हारी मेरी बात, के जाणेगो कोई,
है कितनी दफाईं, ये पलकां भिगोई ।।

तर्ज – गरीबो की सुनो ।

जितना भी तेरी याद का आंसू, मेरे खातिर दिवाली,
मैं एक वन का फूल हूँ माधव, तू ही तू इसका माली,
दया से तुम्हारी ये, फूला फला है,
कलाकार की ये, निराली कला है,
मैं गुणगान गाऊँ, उतने ही कम है,
मेरी कुछ ना हस्ती, तुम्हें ही शरम है,
अणजाणे ही तेरी याद मं, कितनी राताँ खोई ।।

मुझमें कोई इल्म नहीं है, तेरी प्रीत निभाने का,
अक्कल काम नहीं करती है, देख के हाल जमाने का,
किधर से किधर, आदमी जा रहा है,
नजर ना कोई, रास्ता आ रहा है,
दिलाते तुम्हें याद, मैं आ रहा हूँ,
इशारे पे तेरे, चले जा रहा हूँ,
सर आंख्यां पर हुक्म तिहारो, तू करसी सो होई ।।

तेरी मेरी प्रीत के मांई, तीजो कोई पंच नहीं,
तेरी पूजा अर्चन का है, मन मंदिर सा मंच नहीं,
तेरा नाम लेकर, जीये जा रहा हूं,
ये बेजोड़ हाला, पिये जा रह हूं,
मेरी जिन्दगी तेरी, बांकी अदा है,
ये ‘शिव’ तो दीवाना, तुम्हीं पे फिदा है,
श्याम बहादुर उड़ता हंसा, देख जगत क्यूँ रोई ।।

लिरिक्स – शिव चरण जी भीमराजका