क्यों करे चिंता जब तू हारेगा,
तेरी जिंदगी यही सवारेगा ।।
तर्ज – तुमको देखा तो ये ख्याल आया ।
सौंप दे खुद को तू इसे प्यारे,
फिर तेरा कोई क्या बिगाड़ेगा,
तेरी जिंदगी यही सवारेगा ।।
तेरे हालात ना छिपे इससे,
बोझ तेरे सिर का ये उतारेगा,
तेरी जिंदगी यही सवारेगा ।।
श्याम है साथ तो फिकर कैसी,
हारी बाजी भी फिर तू मारेगा,
तेरी जिंदगी यही सवारेगा ।।
लिरिक्स – शिवम पंसारी जी, नम्रता करवा जी