लाख चाहू मगर, बात बनती नहीं, क्या करूँ,
नाव भटके मेरी, पार लगती नहीं, क्या करूँ,
कैसे नैया होगी पार, टूट गयी पतवार, ओ श्याम,
अब हाथ तू आके लगा जा,
हारें के सहारे आजा,
तेरा दास पुकारे आजा,
हम तो खड़े तेरे द्वार,
सुनले करुण पुकार,
हारे के सहारे आजा,
तेरा दास पुकारे आजा ।।
तर्ज – तेरे नाम का पुजारी
कोई सुनता नहीं, मैं सुनाऊँ किसे, ये बता,
दर्दे दिल का भला, मैं दिखाऊँ किसे, ये बता,
तेरे होते मेरी हार, कैसे होगी सरकार, ओ श्याम,
एक बार तू धीर बंधा जा,
हम तो खड़े तेरे द्वार,
सुनले करुण पुकार,
हारे के सहारे आजा,
तेरा दास पुकारे आजा ।।
क्या भजन में तेरे, श्याम गाता नहीं, ये बता,
अपने भजनों से मैं, क्या रिझाता नहीं, ये बता,
आउ तेरे दरबार, करूँ जय जयकार, ओ श्याम,
फिर कौनसी कमी बतलाजा,
हम तो खड़े तेरे द्वार,
सुनले करुण पुकार,
हारे के सहारे आजा,
तेरा दास पुकारे आजा ।।
है भरोसा तेरा, अब सहारा तेरा, सांवरे,
तेरे चरणों में है, अब गुजारा मेरा, सांवरे,
गंभीर ईक बार, आजा लीले पे सवार, ओ श्याम,
आके मोरछड़ी लहरा जा,
हम तो खड़े तेरे द्वार,
सुनले करुण पुकार,
हारे के सहारे आजा,
तेरा दास पुकारे आजा ।।