तेरी बेटी आई, तेरा प्यार मांगने,
और अमर सुहागण का, वरदान मांगने….
(तर्ज : तेरा किसने किया सिणगार सांवरे)
जब तक जिऊं रहूं सुहागण, मैंया ऐसा वर दे,
मेरा चूड़ला अमर हो जाये, ऐसी किरपा कर दे,
खुशियों से भरा, संसार मांगने,
तेरी बेटी आई, तेरा प्यार मांगने….
हीरे मोती हार ना मांगूं, सुनले मेरा कहना,
रहे निरोगी मेरा सजना, ये ही असली गहना,
शिवशंकर के जैसा, परिवार मांगने,
तेरी बेटी आई, तेरा प्यार मांगने….
आज बड़ा ही शुभ दिन है, मैंया बैठी मुस्कावै,
बहु-बेटियों के लिए भग्तों, ‘अम्बरीष’ अर्ज लगावै,
जीवन भर का 16, सिणगार मांगने,
तेरी बेटी आई, तेरा प्यार मांगने….