वृंदावन प्यारो वृन्दावन भजन लिरिक्स

श्यामा हृदय कमल सो प्रगट्यौ,श्यामा हृदय कमल सो प्रगट्यौ,और श्याम हृदय कू भाए,वृंदावन प्यारो वृन्दावन,वृंदावन प्यारो वृन्दावन,वृंदावन मेरो वृन्दावन,वृंदावन मेरो वृन्दावन…. सब सुख सागर रूप उजागर,रहे वृंदावन धाम,सब सुख सागर रूप उजागर,रहे वृंदावन धाम,रूप गोस्वामी प्रगट कियो जहा,रूप गोस्वामी प्रगट कियो जहा,गोविंद रूप निधान,वृन्दावन प्यारो वृन्दावन,वृन्दावन प्यारो वृन्दावन,वृंदावन मेरो वृन्दावनवृंदावन मेरो वृन्दावन…. बिहरत निसदिन कुंज […]
बृज जन प्रियतम बालमुकुन्दम राधारमणं हरे हरे लिरिक्स

(वाणी गुणानु कथने, श्रवणो कथायां,हस्तौ च कर्मसु मनस्तव पादयोर्न:,स्मृत्यां शिरस्तव निवास जगत्प्रणामे,दृष्टि: सतां दर्शनेअस्तु भवत्तनूनाम) बृज जन प्रियतम बालमुकुन्दम,राधारमणं हरे हरे,राधारमणं हरे हरे,बृज जन प्रियतम बालमुकुन्दम,राधारमणं हरे हरे,राधारमणं हरे हरे…. केसर तिलकं कृष्ण वरणं,केसर तिलकं कृष्ण वरणं,राधारमणं हरे हरे,राधारमणं हरे हरे,बृज जन प्रियतम बालमुकुन्दम,राधारमणं हरे हरे,राधारमणं हरे हरे…. राजत वन मालं रूप रसालं,राधारमणं हरे हरे,राजत […]
तू है सखी बड भाग बड़ी नन्दलाल तेरे घर आवत है लिरिक्स

तू है सखी बड भाग बड़ी,नन्दलाल तेरे घर आवत है…. तू अपनों श्रृंगार करत है,ये दर्पण हाथ दिखावत है,तू है सखी बड भाग बड़ी,नन्दलाल तेरे घर आवत है…. सब कोई इनके गुणन बखानत,ये तेरो गुण गावत है,तू है सखी बड भाग बड़ी,नन्दलाल तेरे घर आवत है…. ‘कुंभनदास’ लाल गिरधर प्रभु,ये तो तेरे ही हाथ बिकावत […]
लागत है मोहे प्यारो जादुवर लिरिक्स

लागत है मोहे प्यारो जादुवर,लागत है मोहे प्यार…. (राग – केदार) मथुरा में हरी जन्म लियो है,गोकुल में पग धारे,जन्मत ही पूतना गति दीन्हो,अधम उधाहरण धारो,लागत है मोहे प्यारो जादुवर,लागत है मोहे प्यार…. यमुना के तीरे धेनु चरावत,ओढ़त कामर काली,है सुन्दर वदन कमल दल लोचन,पीताम्बर पटवार,लागत है मोहे प्यारो जादुवर,लागत है मोहे प्यार…. है मोर […]