साँवरिया आपा होली तो खेला रे,
फागणियो आय गयो,
साँवरिया गिरधारी….
साँवरिया थाने रंग में रंग देस्याँ जी,
साँवरिया थाने रंग में रंग देस्याँ जी,
थारे भर भर के मारा,
म्हे रंग की पिचकारी….
ढपली पर थाने नाच नचास्याँ जी,
ढपली पर थाने नाच नचास्याँ जी,
पग घुँघुरु बांध देवा,
साँवरिया गिरधारी….
मन चाही थाने घूमर घुमास्या जी,
मन चाही थाने घूमर घुमास्या जी,
‘बनवारी’ बजवास्यां,
मीठी सी बाँसुरी….
साँवरिया आपा होली तो खेला रे,
फागणियो आय गयो,
साँवरिया गिरधारी….