सलोने श्याम की झांकी, देख मदहोश मन होता लिरिक्स

Salone Shyam Ki Jhanki Lyrics

सलोने श्याम की झांकी, देख मदहोश मन होता,
सुधी दुःख सुख की ना रहती, भाव लहरों में वो बहता ।। टेर ।।

तर्ज – न झटको जूल्फ से पानी ।

अनुठा स्वांग है इसका, अनोखे नैन मतवारे,
केश घुंघरारे अति कारे, ‘लगे है वो बड़े प्यारे’ – २,
अचानक देखले कोई, सुधी तन मन की वो खोता ।। १ ।। सलोने ।।

सजे तिरछा मुकुट सिर पे, लजीले कानों में कुण्डल,
दमकता तन पे पितांबर, कान्धे पटका लगे सुन्दर – २,
करधनी की गजब लड़ियाँ, जिनमें झंकार सा होता ।। २ ।। सलोने ।।

अधर पे बांसुरी तेरे, मधुर स्वर गुनगुनाती है,
निरख छवि सांवरे तेरी, ये कलियां खिलखिलाती हैं – २,
दास ‘सांवर’ दर्श करके, तेरी बलिहारी है जाता ।। ३ ।। सलोने ।।

लिरिक्स – सांवर जी