दो छोटे छोटे घर है जिसे नैणां कहते हैं भजन लिरिक्स

Do Chote Chote Ghar Hai Lyrics

दो छोटे छोटे घर है जिसे नैणां कहते हैं,
कभी इस घर में कभी इस घर में मेरे कान्हा रहते हैं ।।

तर्ज – अफसाना लिख रही हूँ ।

उस घर का क्या कहना जो, इसको पसन्द है – २,
तकलीफ नहीं हो कोई, ऐसा प्रबन्ध है – २,
घर सफाई करते जो आंसू बहते हैं ।। कभी इस…।।

हैं दिल के करीब मेरे, अपनों में आता है – २,
जब भी मिलना होता है, सपनों में आता है – २,
निंदिया ना टूटे मेरी, ये कोशिश करते हैं ।। कभी इस…।।

मुश्किल से रहने आया, ये प्यारा सा मेहमान – २,
परेशान नहीं हो जाये, रखते हैं पूरा ध्यान – २,
जब भी झपकती पलकें धीरे से खोलते हैं ।। कभी इस…।।

‘बनवारी’ दिल के घर में, रहने से डरता है – २,
सोने नहीं दे इसको, दिन भर धड़कता है – २,
ये छोड़ चला ना जाये, इस बात से डरते हैं ।। कभी इस…।।