सब देवों ने फूल बरसाए,
महाराज गजानन आए ।।
तर्ज – म्हारा कीर्तन मे रस बरसाओ ।
देवा कौन तुम्हारी माता,
और किन के लाल कहाये,
महाराज गजानन आए ।।
भक्त गौरा जी हैं माता,
शिव शंकर के लाल कहाये,
महाराज गजानन आए ।।
प्रभु कैसी तुम्हारी पूजा,
प्रभु किसका भोग लगाए,
महाराज गजानन आए ।।
भक्त दीप-धूप मेरी पूजा,
मोदक का भोग लगाए,
महाराज गजानन आए ।।
प्रभु क्या है तुम्हारी सवारी,
और कौन के फेरे लगाए,
महाराज गजानन आए ।।
भक्त मूषक हमारी सवारी,
पिता माता के फेरे लगाए,
महाराज गजानन आए ।।