राधा तेरा घर आँगन,
फूलों से मेहकता है,
श्यामा तेरा घर आँगन,
फूलों से मेहकता है ।।
तर्ज – बाबुल का ये घर ।
राधा तेरे कानो के,
झुमके बड़े प्यारे है,
देख नथनी तेरी को,
मेरा कान्हा मचलता है,
राधा तेरा घर आंगन,
फूलों से मेहकता है ।।
राधा तेरे हाथो के,
कंगन बड़े प्यारे है,
देख तेरी मेहैँदी को,
मेरा कान्हा मचलता है,
राधा तेरा घर आंगन,
फूलों से मेहकता है ।।
राधा तूने जो पहना,
वो लेहंगा बड़ा प्यारा है,
देख तेरी चुनरी को,
मेरा कान्हा मचलता है,
राधा तेरा घर आंगन,
फूलों से मेहकता है ।।
राधा तेरा घर आँगन,
फूलों से मेहकता है,
श्यामा तेरा घर आँगन,
फूलों से मेहकता है ।।