आई ग्यारस की रात झूमां नाचां सारी रात लिरिक्स
आई ग्यारस की रात, झूमां नाचां सारी रात,खाटूवाले के साथ…उत्सव आयो, श्याम को उत्सव आयो।। (तर्ज: बोलो जय जय श्री श्याम..) कार्तिक सुदी ग्यारस की
श्याम तुझसे हमारी अर्जी हैं लिरिक्स
श्याम तुझसे हमारी अर्जी हैं,बाबा तुझसे हमारी अर्जी है,कभी हमसे खफा नहीं होना,कभी हमसे खफा नहीं होना,श्याम तुझसे हमारी अर्जी हैं…. हम है इंसान साँवरे
लागत है मोहे प्यारो जादुवर लिरिक्स
लागत है मोहे प्यारो जादुवर,लागत है मोहे प्यार…. (राग – केदार) मथुरा में हरी जन्म लियो है,गोकुल में पग धारे,जन्मत ही पूतना गति दीन्हो,अधम उधाहरण
तीन बाण के धारी तीनो बाण चलाओ ना लिरिक्स
अंधेरो की नगरी से, कैसे मैं पार जाऊं,श्याम अब लेने आजा, हौसला हार ना जाऊं,तीन बाण के धारी, तीनो बाण चलाओ ना,मुश्किल में है दास
नैया चला रहा है मेरा श्याम खाटू वाला लिरिक्स
नैया चला रहा है, मेरा श्याम खाटू वाला,मुझको बचा रहा है, मेरा श्याम खाटू वाला।। तर्ज – मौसम है आशिकाना। कब का मैं डूब जाता,
काली काली अमावस की रात में लिरिक्स
श्लोक – ॐ ह्रीं ऐं क्लीं चामुण्डायै विच्चे नमः,ॐ ह्रीं ऐं क्लीं चामुण्डायै विच्चे नमः।। काली काली महाकाली,काली काली महाकाली,काली काली अमावस की रात में,काली
कालो की काल महाकाली भवानी माई कलकत्ता वाली लिरिक्स
कालो की काल महाकाली,भवानी माई कलकत्ता वाली,कलकत्ता वाली भवानी माई काली,महिमा तुम्हारी निराली,भवानी माई कलकत्ता वाली…. हे अंगारों जैसे नयन लाल लाल,अधरों की लाली गले
मैया नवरात्रों में जब धरती पे आती है लिरिक्स
मैया नवरात्रों में, जब धरती पे आती है,किसको क्या देना है, सब सोच के आती है,मैया नवरात्रों मे, जब धरती पे आती है…. पहले नवरात्रे
तू तो काली और कल्याणी रे माँ लिरिक्स (हिंदी)
तू तो काली और कल्याणी रे माँ,जहा देखु तू है योग माया,तू तो भक्तो के दुःख हरने वाली है माँ,जहा देखु तू है योग माया,तेरे
तू तो काली ने कल्याणी रे माँ लिरिक्स (गुजराती)
तू तो काली ने कल्याणी रे माँ,जहाँ जोऊ त्या जोग माया,तू तो भक्तो ना दुःख हरणानि रे माँ,जहाँ जोऊ त्या जोग माया,है तूने चारो वेद
अम्बे तू है जगदम्बे काली जय दुर्गे खप्पर वाली लिरिक्स
अम्बे तू है जगदम्बे काली,जय दुर्गे खप्पर वाली ।तेरे ही गुण गाए भारती,ओ मैया हम सब उतारें तेरी आरती ॥ तेरे भक्त जनों पे माता,भीड़
जय अम्बे गौरी मैया जय श्यामा गौरी लिरिक्स
जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी ।तुमको निशदिन ध्यावत, हरि ब्रह्मा शिवरी ॥(ॐ जय अम्बे गौरी..) मांग सिंदूर विराजत, टीको मृगमद को ।उज्ज्वल से
एक बार माँ आ जाओ फिर आके चली जाना लिरिक्स
एक बार माँ आ जाओ,फिर आके चली जाना,हमें दरश दिखा जाओ,दिखला के चली जाना…. तुमको मेरे गीतों का,संगीत बुलाए माँ,संगीत बुलाए माँ,कुछ मेरी भी सुन
माँ नसीब से ज्यादा दे रही है लिरिक्स
बिन पानी के नाव खे रही है,माँ नसीब से ज्यादा दे रही है ॥ भूखें उठते है भूखे तो सोते नहीं,दुःख आता है हमपे तो
माँगा है मैंने मैया से वरदान एक ही लिरिक्स
माँगा है मैंने मैया से वरदान एक ही,तेरी कृपा बनी रहे जब तक है ज़िन्दगी…. जिस पर भी माँ का हाथ था, वो पार हो
चलो बुलावा आया है माता ने बुलाया है लिरिक्स
॥दोहा॥माता जिनको याद करे,वो लोग निराले होते हैं ।माता जिनका नाम पुकारे,किस्मत वाले होतें हैं । चलो बुलावा आया है,माता ने बुलाया है,ऊँचे पर्वत पर
तुने मुझे बुलाया शेरा वालिये लिरिक्स
(साँची ज्योतो वाली माता,तेरी जय जय कार ।) तुने मुझे बुलाया शेरा वालिये,मैं आया मैं आया शेरा वालिये,ज्योता वालिये, पहाड़ा वालिये,मेहरा वालिये,तुने मुझे बुलाया शेरा
मैंने देखा है कितनी ही बार भवानी मेरे संग चलती लिरिक्स
मैंने देखा है, कितनी ही बार,भवानी मेरे संग चलती.. मैंया जी मेरे..मेरी बिगड़ी बनाई हर बार.. भवानी मेरे.. (तर्ज : गली में आज चांद निकला)
जो दास है वो खास है भजन लिरिक्स
श्री श्याम के दरबार में,बस वो ही प्राणी ख़ास है,जो दास है, जो दास है… (तर्ज: किसी राह में किसी मोड़ पर) यु तो करोडो
श्री दुर्गा चालीसा : नमो नमो दुर्गे सुख करनी…
नमो नमो दुर्गे सुख करनी।नमो नमो अम्बे दुःख हरनी॥ निरंकार है ज्योति तुम्हारी।तिहुँ लोक फैली उजियारी॥ शशि ललाट मुख महाविशाला।नेत्र लाल भृकुटि विकराला॥ रूप मातु