ओ बाबा जी कद म्हारी विनती सुनोला,
बाबा जी कद म्हारी अर्ज सुनोला ,
विनती सुनोला म्हापे मेहर करोला,
कद महारे मन की करोला,
ओ बाबा जी कद म्हारी विनती सुनोला
सारी सारी रात माहने नींद न आवे,
जागु तो बाबा म्हारो जी गबरवे,
कद म्हारी पीड़ हरोला,
ओ बाबा जी कद म्हारी विनती सुनोला…
गहरी गहरी नदियां नाव पुराणी,
सिर से उचो म्हारे चढ़ आयो पानी,
कद म्हाने पार करोला,
ओ बाबा जी कद म्हारी विनती सुनोला…
तू सम दीन दयाल नहीं है,
मो सम दीन अनाथ नहीं है,
कद म्हारी मदत करोला,
ओ बाबा जी कद म्हारी विनती सुनोला…
निर्बल देह दया नहीं आवे,
काम क्रोध मध् लोभ सातवे,
कद म्हारी भीड़ चडोला,
ओ बाबा जी कद म्हारी विनती सुनोला…
टाबरिया प्रभु थारा गुण गावे,
सोहन लाल थाने शीश नवावे,
कद म्हारे माथे हाथ धरोला,
ओ बाबा जी कद म्हारी विनती सुनोला…