लगन तुझसे लगे मेरी, यही वरदान देदो ना,
मैं तेरा हूँ तूं मेरा है, मेरे भगवान कहदो ना ।। टेर ।।
तर्ज – लगन तुमसे लगा बैठे ।
रहे ना त्रास फिर कुछ भी, मौज से गीत गाऊंगा,
तेरे चरणों की सेवा में, मैं बैठा दर्श पाऊंगा,
रहूं दिन रात मस्ती में, दया ये मुझपे करदो ना ।। १ ।।
ना चिन्ता ना फिकर कोई, साथ तेरा मिले मुझको,
टहल सेवा में रह करके, दुवायें दूंगा मैं तुमको,
जरा सी महर नजरों से, देख जीवन सजादो ना ।। २ ।।
दिया नर तन तूंने मुझको, बड़ा उपकार है तेरा,
सार्थक कर इसे तूं ही, तूं स्वामी श्याम है मेरा,
प्रेमधारा मेरे दिल में, वही भगवन बहादोना ।। ३ ।।
ना चाहत और कुछ मेरी, सदा सेवा में लग जाऊं,
तुम्हारे सामने बैठा, छबि तेरी में खो जाऊं,
कहे ‘सांवर’ सदा तुमसे, प्रीत इतनी निभादो ना ।। ४ ।।
लिरिक्स – सांवर जी