जीवन तेरा श्याम हवाले, मन तूं क्यों घबराये – २ ।। टेर ।।
तर्ज – मेरे नैना सावन भादो ।
श्याम तुम्हारा है, तेरा सहारा है, जीवन पथ पर,
खाये न ठोकर, साथ है श्याम जो तेरे … कर दे दूर अंधेरे,
श्याम ही नैया, श्याम खिवैया, श्याम ही पार लगाये।। मन तूं … ।।
श्याम सुमरले तूं, चिन्तन कर ले तूं, जग से छोड़ो,
श्याम से जोड़ो, आशा और अभिलाषा … श्याम दरस की प्यासा,
जो तेरा विश्वास है पक्का, श्याम दरश मिल जाये॥। मन तूं … ।।
पीछा छोड़ नहीं, रस्ता मोड़ नहीं, हो चाहे देरी,
एक दिन तेरी, चाहत रंग लायेगी … श्याम से मिलवायेगी,
दिल से दिल का, तार मिले तब, श्याम मिलन को आये।। मन तूं … ।।
प्रभु से प्रीत तेरी, हरदम जीत तेरी, प्रभु अनुरागी,
है बड़भागी, जो है श्याम भरोसे … श्याम ही उसको पोसे,
‘बिन्नू‘ आजा श्याम शरण में, तुझको श्याम निभाये ।। मन तूं … ।।
लिरिक्स – बिन्नू जी