दरस दिखावो गिरधारी, गिरधारी मेरे श्याम मुरारी ।
श्याम मुरारी मेरे कुँज बिहारी, दरस दिखावो गिरधारी ।।
तर्ज – अखियों से दूर ना होना।
आशा दरस की, दिल में है भारी, हे मन मोहन, रास बिहारी ।
आश पुरावो आ हमारी, हमारी मेरे श्याम मुरारी ।। १ ।।
करूणा सागर, आप कहाते, दीनों को दिल से अपनाते ।
आये हैं शरण तुम्हारी, तुम्हारी मेरे श्याम मुरारी ।। २ ।।
कितने अधमों को अपनाया, मोक्ष देय निज, धाम पठाया ।
इबके है मेरी बारी, हो बारी, मेरे श्याम मुरारी ।। ३ ।।
आश हमारी भी पूरी कर दो, निज भक्ति का, हमको वर दो।
‘सांवर’ जाये बलिहारी, बलिहारी मेरे श्याम मुरारी ।। ४ ।।
दरस दिखावो गिरधारी, गिरधारी मेरे श्याम मुरारी ।
श्याम मुरारी मेरे कुँज बिहारी, दरस दिखावो गिरधारी ।।
लिरिक्स – सांवर जी