आती है तेरी याद यूं, दिन रात सांवरे,
बोले थे आऊँगा बता, आये ना सांवरे ।। टेर ।।
तर्ज – मिलती है जिन्दगी में ।
हम मूढ़ ग्वालिनो तेरी, बातों में आ गयी,
अपने ही घर में आग, हम हाथों लगा गयी,
मुश्किल हुआ है भूलना, अब तुझको सांवरे ।। १ ।।
दिल के बड़े कठोर तुम, बेपीर हो गये,
घर बैठे जुल्म ओ सितम, हम सब पे ढा गये,
इतना सितम तो हमपे ना करना था सांवरे ।। २ ।।
दिन तो निकल भी जाता पर, रातें बड़ी हुयी,
करवट बदलती रहती ये, हैरान हो गयी,
तूं ही बिमारी तूं दवा, उपचार सांवरे ।। ३ ।।
मथुरा नरेश बन गये, रूतबा बदल गया,
सेवक और दास दासियों, में तूं खो गया,
‘सांवर’ है दास आपका, भूलो नाम सांवरे ।। ४ ।।
लिरिक्स – सांवर जी