आ गया है मेला श्याम का चंग बजाओ जोर से,
नाचो गावो भजन सुनाओ श्याम से मन का जोड़ के ।। टेर ।।
तर्ज़ – आ गया मैं दुनियादारी सारी बाबा छोड़ के ।
रंग रंगीला मेला भरेगा खाटू के दरबार में,
होगी सुनाई सब भगतों की जो आये दरबार में,
आप भी आओ दर्शन पाओ जयकारा लगाओ जोर से ।। १ ।।
‘मित्र मण्डल’ के आँगन में हम मिलकर धूम मचायेंगे,
झूम झूमकर कर श्याम धणी को भजनों से रिझायेंगे,
मंदिर में निशान चढ़ाओ श्याम से रिश्ता जोड़ ले ।। २ ।।
ग्यारस के दिन रात जगाये मन के भाव सुणायेंगे,
खीर चूरमा सवामणी का मिलकर भोग लगायेंगे,
‘मित्र मण्डल’ अरदास लगाये दोनूं हाथों जोड़ के ।। ३ ।।