आया रे आया सावन का महिना,
भोले दर जाने का महिना कावड भर ल्याने का महिना,
जय भोले बम बम भोले सारे शिव की जय बोले ।।
कांधो पे कावड़ लटकाये तेरे दर कावड़िया आये,
आये लेकर जल की गगरियाँ आये चलकर कठिन दगारियां,
पोहंचे भोले तेरी नगरियाँ,
जय भोले बम बम भोले सारे शिव की जय बोले ।।
शिवलिंग को भगतो नेहलाओ,
बेल और पाटी इस पे चडाऊ,
घी शेहद का लेप लगाओ पुष्पों की माला पेहनाओ,
धुप और दीप दर पे जलाओ,
जय भोले बम बम भोले सारे शिव की जय बोले ।।
पीवे जब जब भांग का प्याला आते मस्ती में किरपाल,
डम डमा डम डमरू भ्जाये भोले बाबा नृत्य दिखाए,
नंदी वृंगी काल भ्जाये,
जय भोले बम बम भोले सारे शिव की जय बोले ।।
चन्दन को भव पार तू करना तिलक लगा उधार तू करना,
ऐसा वर दो गुण वो गाये हर पल भोले तुझे ध्याए कावड तेरे दर पे लाये,
जय भोले बम बम भोले सारे शिव की जय बोले ।।
लिरिक्स – विपुल जी