अरे क्यूं भटक रह्यो नादान, तूँ शरण श्याम की ले ले,
तूँ शरण श्याम की ले ले, तूँ शरण श्याम की ले ले,
मेरो श्याम है पूर्णकाम, मिट जाये सभी झमेले ।। टेर।।
तर्ज – जपे जा राधे राधे जपे जा ।
विपदा को घणो सतायो, मैं शरण श्याम की आयो,
मेरा कटग्या कष्ट तमाम, तूँ शरण श्याम की ले ले ।। १ ।।
मन मेरो तो हरषायो, जो चाह्यो वो ही पायो,
करूँ मैं मौज सुबह और श्याम, तूँ शरण श्याम की ले ले ।। २ ।।
है देव बड़ो बलशाली, प्रेम्यां री बात ना टाली,
देवै मांगे सो वरदान, तूँ शरण श्याम की ले ले ।। ३ ।।
श्री श्याम प्रभु मन भायो, जद याद करी झट आयो,
‘नन्दू’ मानै तो ले मान, तूँ शरण श्याम की ले ले ।। ४ ।।
लिरिक्स – नन्दू जी