तेरी गलियो का हु आशिक तू एक नगीना है,
तेरी नजरो से ये मुझे जाम पीना है,
तेरी गलियों का हूँ आशिक़, तू एक नगीना है ।।
तेरे बिन एक पल में जी नहीं सकता,
ये जुदाई ये दर्द को में पी नहीं सकता,
तेरी गलियों में सांवरे मरना जीना है,
तेरी गलियों का हूँ आशिक़, तू एक नगीना है ।।
मेरे हम दम मेरे साथी मेरे साथी हम दम,
तेरी ख़ुशी मेरी ख़ुशी तेरा गम मेरा गम,
तू लहू है जान है तू ही पसीना है,
तेरी गलियों का हूँ आशिक़, तू एक नगीना है ।।
तेरे सिवा कोई दूसरा नहीं मेरा,
छोडू नहीं कस के पकड़ा है दामन तेरा,
तू ही मक्का तू ही काबा तू ही मदीना है,
तेरी गलियों का हूँ आशिक़, तू एक नगीना है ।।
चाहे दोजख चाहे जन्नत में पंहुचा दे मुझको,
या डूबा दे चाहे पार लगा दे मुझको,
तू ही दरिया तू ही साहिल तू ही सफीना है,
तेरी गलियों का हूँ आशिक़, तू एक नगीना है ।।
दिया है दर्द जो तुमने तुम्ही दवा देना,
कही ना कही कभी ना कभी तेरा दर्शन होगा,
तेरी गलियों में सांवरे मरना जीना है,
तेरी गलियों का हूँ आशिक़, तू एक नगीना है ।।