तेरे दर्शन को जी तरसे, मुझे दर्शन दिखादो ना,
दयालु आप हो समरथ, दया मुझ पर लुटादो ना ।। टेर ।।
तर्ज – लगन तुमसे लगा बैठे ।
दुआएँ दिल मेरा देगा, तुम्हें हर पल मेरे प्यारे,
खिलेगी दिल की कलियां जब, महक बिखरेगी तब सारे,
रहूँ हर पल मैं मस्ती में, छबी नैनों में भरदो ना ।। तेरे… ।।
खिले दिल का चमन मेरा, फिजायें झूम कर गायें,
सुनके संगीत स्वर लहरी, चलके मेरा श्याम आ जाये,
बने संयोग ऐसा ही, जुगत ऐसी भिड़ादो ना ।। तेरे… ।।
प्रीत तुमसे जुड़ी मेरी, तुझे बस देख पाऊँ मै,
विकल मन रहता है हरपल, तुझ कैसे बताऊँ मैं,
जय करके रहम मुझपे, प्रेम धारा बहादो ना ।। तेरे… ।।
न चाहूं और कुछ स्वामी, दर्श की चाह है मेरी,
तुम्हारे सामने बैठा, छवि देखूँ सदा तेरी,
दास ‘सांवर’ तुम्हारा है, आश इसकी पुरा दो ना ।। तेरे…।।
लिरिक्स – सांवर जी