तेरे दर पे आ गये है, हे श्याम अब सम्भालो – २।
कर जोड़ प्रार्थना है, चरणों में अब लगा लो ।।
तर्ज – मौसम है आशिक़ाना।
तुमसे बड़ा दयालु, जग में ना कोई दूजा ।
तुमसे मिला ये जीवन, करते हैं तेरी पूजा ।
सौंपी है तुमको नैया, पतवार तुम उठा लो-२ ।। १ ।।
चर्चे तेरी दया के, हमने सुने है दाता ।
तेरे सिवा दयालु, और कुछ हमें ना भाता ।
रहमत को अपनी बाबा, हम पर जरा लुटा लो-२ ।। २।।
चौखट पे तेरी हमने, रख दी है अपनी अर्जी ।
मानो ना मानो बाबा, आगे तुम्हारी मर्जी ।
विश्वास है ये ‘शिव’ का, हमसे भी अब निभा लो-२ ।। ३ ।।
लिरिक्स – शिव चरण जी भीमराजका