सुबह सुबह ले शिव का नाम, कर ले बन्दे यह शुभ काम,
सुबह सुबह ले शिव का नाम, शिव आयेंगे तेरे काम ।।
खुद को राख लपेटे फिरते, औरों को देते धन धाम,
देवो के हित विष पी डाला, नील कंठ को कोटि प्रणाम,
सुबह सुबह ले शिव का नाम, शिव आयेंगे तेरे काम ।।
शिव के चरणों में मिलते है, सारी तीरथ चारो धाम,
करनी का सुख तेरे हाथों, शिव के हाथों में परिणाम,
सुबह सुबह ले शिव का नाम, शिव आयेंगे तेरे काम ।।
शिव के रहते कैसी चिंता, साथ रहे प्रभु आठों याम,
शिव को भजले सुख पायेगा, मन को आएगा आराम,
सुबह सुबह ले शिव का नाम, शिव आयेंगे तेरे काम ।।
लिरिक्स – नन्दलाल पाठक जी