श्याम सुन्दर सरकार जी, मेरी सुनलो पुकार,
सुनलो पुकार मेरी, सुनलो पुकार,
दीनबन्धु दातार जी, मेरी सुनलो पुकार ।। टेर ।।
तर्ज – खाटू के बाबा श्याम जी मेरी ।
तुझसा दाता, मुझसा भिखारी,
मिलना कठिन है, श्याम मुरारी,
देखो, देखो खड़ा है तेरे द्वार जी,
मेरी सुनलो पुकार ।। १ ।।
दीनदयालु कहाने वाले,
आकर अब तो, गले लगाले,
दाता, आके मिलोना साकार जी,
मेरी सुनलो पुकार ।। २ ।।
पतित पावन प्रभु आप कहाते,
पापी अधर्मी को अपनाते,
प्यारे, फिर क्यूं करते अंवार जी,
मेरी सुनलो पुकार ।। ३ ।।
चलकर आ गया द्वार आपके,
अपनावोगे मन में धारके,
प्रभु करलो यही उपकार जी,
मेरी सुनलो पुकार ।। ४ ।।
‘सांवर’ दास की मांग जरासी,
जनम-जनम गुण गावूं अविनाशी,
सदा, सेवा में रहूँ तैयार जी,
मेरी सुनलो पुकार ।। ५ ।।
लिरिक्स – सांवर जी