श्याम आपके नाम की महिमा अमिट अपार,
है नाम हजारों तेरे – २, जिनका ना कोई पार ।। टेर ।।
तर्ज – देना हो तो दीजिए जनम जनम ।
कृष्ण कन्हैया गिरीवरधारी, दीनानाथ दयाल तुंही,
दीनबन्धु व्यापक घट-घट में, सबका पालनहार तुंही,
करुणा सागर तेरा दिल है, सबके हो आप आधार ।। श्याम….
मुरली मनोहर धेनु चरैया, बृजभूषण नन्द लाल हो तुम,
मधुसूदन गोविन्द मुरारी, राधामाधव गोपाल हो तुम,
तुम बालमुकुन्द कहाते, यसुमती के हो सुकुमार ।। श्याम….
मनमोहन तूं मदन मुरारी, केशव असुर निकंदन हो,
गोपीनाथ सुदर्शनधारी, हरि देवकी नन्दन हो,
संतों भक्तों के प्यारे, मेरे सांवरिया सरकार ।। श्याम….
अपरंपार नाम की महिमा, बद्री नर नारायण की,
पारब्रह्म परमेश्वर प्यारे, माखन चोर युगल वर की,
कर बैठके सुमिरण ‘सांवर’, तेरा मिटे सकल भवभार ।। श्याम….
लिरिक्स – सांवर जी