श्यामधणी को दिल में बसा लो – २,
तेरा जीवन श्याम संवारे गा ओऽऽऽ,
एक झलक जो मिल जाए तो – २,
तेरे मन में दीप जला देगा ओऽऽऽ ।।
तर्ज – समझौता गमों से कर लो ।
श्याम ही तेरा ही तेरा है जीवन साथी,
बाकी सब है मतलब मतलब के साथी,
श्वाँसों का क्या कहना कब ये बंद हो जाये ओऽऽऽ ।।
श्याम ही भगतों की की नैया खेवे,
बाबा उनसे कभी मोल ना लेवे,
मान कभी गिर जाये बाबा दौड़े आये ओऽऽऽ ।।
दोष जो भी तेरे दूर भगाये,
बाबा दयालु सब दास बताये,
‘मित्र मण्डल’ बाबा का सदा ही गुण गाये ओऽऽऽ ।।