साँवरिया ओ साँवरिया, भा गयी तेरी सुरतिया लिरिक्स

Sawariya O Sawariya Bha Gayi Teri Suratiya Lyrics

साँवरिया ओ साँवरिया, भा गयी तेरी सुरतिया,
दिल मं मेरे उतर गयी, तेरी चितवन घायल कर गयी ।। टेर ।।

तर्ज – धीरे धीरे बोल कोई सुन ना ले ।

शीश मुकुट प मोर पंख प्यारी, लेवे हिलोरा हो रही मतवारी,
गालां न सहलावे लटकारी, तीर चलावे अंखिया कजरारी,
कातिल तेरी, मुस्कान है, या ले रही, मेरी जान है,
छटा बड़ी मन भावणी, ज्यूं चन्दा वरणा चांदणी ।। सांवरिया ओ ….

केसरिया बागो मन न भावे, कान मं कुंडल हिचकोला खावे,
गळ वैजयन्ती माळा मन मोह्वे, कमर म फैंटो सतरंगी सोह्वे,
पायल तेरी, रुण झुण बजे, या बांसुरी, कटी पर सजे,
म घुँघरु देवै ताल है, तेरी टेढ़ी मेढ़ी चाल है ।। सांवरिया ओ ….

जगह जगह स मांगणियां आवे, भर भर झोळी श्याम स ले ज्यावे,
आवणीये न करे नहीं इनकार, खूब लुटावे टाबरियां प प्यार,
तू जांणले, पहचाणले, ‘निर्मल’ कह्वे यो मानले,
सेठ बड़ो दिलदार है, अरे यो यारा को यार है ।। सांवरिया ओ ….