सारी दुनिया में आनंद छायो, कान्हा को जन्मदिन आयो ।।
आई भादो की रेन कारी कारी, मथुरा में है जन्मे मुरारी,
वसुदेव देवकी ने दर्श पायो, कान्हा को जन्मदिन आयो,
सारी दुनिया में आनंद छायो, कान्हा को जन्मदिन आयो ।।
चले लेके वसुदेव गोकुल में, कान्हा पहुंचाए नन्द महल में,
यमुना ने श्री चरण पखारयो, कान्हा को जन्मदिन आयो,
सारी दुनिया में आनंद छायो, कान्हा को जन्मदिन आयो ।।
लड्डू पेड़ा बटे खेल खिलोना, झूले पलना में श्याम सलोना,
‘चित्र-विचित्र’ को भी बुलवायो, कान्हा को जन्मदिन आयो,
सारी दुनिया में आनंद छायो, कान्हा को जन्मदिन आयो ।।
लिरिक्स – चित्र विचित्र जी