सारी दुनिया है दीवानी,
राधा रानी आप की,
कौन है जिसपर नहीं है,
मेहरबानी आप की,
सारी दुनिया है दीवानी,
राधा रानी आप की॥
सारा जहां है इक चमन और,
इस चमन के फूल हम,
इन सभी फूलो में श्यामा,
हम निशानी आप की,
कौन है जिसपर नहीं है,
मेहरबानी आप की,
सारी दुनिया है दीवानी,
राधा रानी आप की॥
जैसे गंगा और यमुना की,
धारा बेहती भूमि पर,
वैसे ही बेहती है ममता,
राधा रानी आप की,
कौन है जिसपर नहीं है,
मेहरबानी आप की,
सारी दुनिया है दीवानी,
राधा रानी आप की॥
तन भी तेरा मन भी तेरा,
मेरा क्या है लाड़ली,
तेरा तुझको सौंप ती हु,
यह निशानी आप की,
कौन है जिसपर नहीं है,
मेहरबानी आप की,
सारी दुनिया है दीवानी,
राधा रानी आप की॥
उम्र भर गाता रहु मैं,
महिमा राधे आप की,
अपने चारणो में ही रखना,
मेहरबानी आप की,
कौन है जिसपर नहीं है,
मेहरबानी आप की,
सारी दुनिया है दीवानी,
राधा रानी आप की॥