सांवरिया नन्द किशोर हाँ किशोर, मेरी साड़ी पे रंग डाल गयो,
वाह वाह रे रसिया, वाह वाह रे छैला ।। सांवरिया…।।
तर्ज – स्वरचित ।
मैंने बहुत कहा एक ना माना, बरजोरी करत रहा कान्हा,
मोहे रंग गयो वो चित्तचोर हाँ चित्तचोर ।। मेरी…।।
हरा, लाल, रंग, नीला डाला, केसरिया, पीला, मतवाला,
बड़ा मैंने लगाया जोर हाँ जोर ।। मेरी…।।
होरी का बड़ा खिलाड़ी है, मन मोहन मदन मुरारी है,
हुयी श्याम से खेलत भोर हाँ भोर ।। मेरी…।।