सांवरा दिखादे हमें खाटू की नगरिया,
तेरा मोहिनी रूप, तेरा दानी स्वरूप,
जरा देखन दे, देखने दे ।। टेर ।।
तर्ज – कौन दिशा में लेके चला रे बटुहिया ।
हमको लुभाये तेरी, प्यारी ये सुरतिया,
तेरा मोर मुकुट, तेरी बंशी की धुन,
जरा सुनने दे, सुनने दे ।। तेरा ….. ।।
हे कान्हा तेरे दर्शन को आते, भगत लाखों अपार हो,
कोई कहे तुझे कलियुग का राजा, कोई लखदातार हो,
लोग ये पूछे कैसा, दिखे खाटूवाला, कौन है बाबा श्याम हो,
हमको भी दिखादे तेरी जादू की नगरिया ।। तेरा ….. ।।
हे बाबा तुझसे मिलने से पहले, भटका मैं दिन रात हो,
मिलकर तुझसे, बदल गयी मेरे, जीवन की रफ्तार हो,
कर्ज ये तेरा कैसे चुकाऊँ, जीवन करें तेरे नाम हो,
दरस दिखादे श्याम, यही है अरजिया ।। तेरा ….. ।।
तेरा मोर मुकुट, तेरी बंसी की धुन,
जरा सुनने दे, सुनने दे ।। तेरा ….. ।।